ek katra zindagi......
न शान, न सियासत, न ओहदा, न हुकूमत ,
न चट्टानों सा वजूद, न सोने की मिलकियत,
न महलो सा आशियाँ, न बेशुमार शौहरत,
न सूरज से जलन, न चाँद की चाहत,
न धरा का विस्तार, न बिजली की ललकार,
न पहाड़ो का कद, न समंदर की हद
न पहाड़ो का कद, न समंदर की हद
न तूफ़ा की हिमाकत, न बारिश की ताकत,
न अब्र की ऊचाई, न आब की घहराई,
न अल्मास की चमक, न तारो की दमक,
न ताज, न सल्तनत, न जंग, न जीत,
न किस्से, न हिस्से, न रिवाज, न रीत
मेरी चाहतो की शक्ल अलग है
मेरे शौक़ की ज़ुबां कुछ और
मेरी उम्मीदों है सदियाँ जुदा
मेरे ख़्वाबों का कुछ और है दौर
मेरे ख़्वाबों का कुछ और है दौर
चाहिए तो मुझे बस,
बच्चो की उम्मंग, फुलों का रंग,
बच्चो की उम्मंग, फुलों का रंग,
परिन्दों की उड़ान, बेझिझक मुस्कान
चाहिए तो मुझे बस,
बुलंद हौसले, बेख़ौफ़ सफ़र,
बुलंद हौसले, बेख़ौफ़ सफ़र,
मज़बूत इरादे, बेजोड़ असर,
चाहिए तो मुझे बस,
एक मुक्त चमन, सरहदों में अमन,
एक मुक्त चमन, सरहदों में अमन,
आँखों में मासूमियत, परिपक्व धड़कन,
चाहिए तो मुझे बस,
बेख़बर नींद , बेफ़िक्र उत्साह
बेख़बर नींद , बेफ़िक्र उत्साह
दिलचस्प राह़े, दिलेर पनाह
चाहिए तो मुझे बस,
एक नर्म स्पर्श, एक गर्म आग़ोश
एक नर्म स्पर्श, एक गर्म आग़ोश
रूहों की गुफ़्तगु, और नज़रो का जोश,
मेरे शौक़ अलग है, मेरी चाहते बेशुमार नहीं,
मुझे 'थोड़े' से इश्क है, 'ज्यादा' से प्यार नहीं,
चाहिए तो मुझे बस,
एक क़ाबिल नीव, एक माह़िर मकान,
बस एक कतरा ज़िन्दगी, और एक मुट्ठी आसमान ,
बस एक कतरा ज़िन्दगी , और एक मुट्ठी आसमान!